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गोपी कृष्ण परम्परा सम्मान समारोह में पहुंची सुधा चंद्रन और किरन शर्मा !

गोपी कृष्ण परम्परा सम्मान समारोह में पहुंची सुधा चंद्रन और किरन शर्मा !

मुम्बई 29 -2024 ! अभी विगत एक हफ्ते पूर्व ही देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का भव्य त्योहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । विशेष रूप से यह भगवदजन्म का पवित्र माह होने के कारण सभी भक्तों के अंदर उत्साह, खुशियों और उमंग का त्यौहार बनकर पूरे माह में इस तरह के आयोजनों का साक्षी रहने वाला है । भगवद्भक्ति में लीन रहने वाले तमाम भक्तों ने अपने आराध्य के प्रकटोत्सव के शुभ अवसर पर व्रत का अनुष्ठान करके भजन कीर्तन में समय लगाया, और अपने आराध्य के जन्मदिवस पर विभिन्न प्रकार के बहुतेरे मिष्ठान बांटकर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की खुशियां मनाई । इसी कड़ी जब भी गोपी कृष्ण परम्परा की बात आती है तो इसमें इंसान का हृदय , प्रेम , श्रद्धा , उमंग और उल्लास से भर जाता है। गोपी कृष्ण परम्परा युक्त यह भगवद्भक्ति का एक बेहद ही अनूठा और अनोखा सम्मान समारोह होता है जिसमें भक्त और भगवान को मानने वाले उनके तमाम अनुयायी देश व दुनिया से भाग लेने के लिए यहां विशेष रूप से आते हैं । इस बार सन 2024 में यह आयोजन मुम्बई के जुहू स्थित इस्कॉन ऑडिटोरियम में गत शाम 29 अगस्त को शाम 6 बजे से आयोजित किया गया जो कि काफी देर रात तक चला जिसमें विभिन्न प्रकार के भजन कीर्तन, नाट्य और विभिन्न प्रकार के नृत्य शैलियों को प्रस्तुत किया गया । एक्टीनो एंटरटेनमेंट प्रेजेंट्स गोपी कृष्ण सम्मान समारोह में इसबार देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग भाग लेने के लिए आमंत्रित किए गए थे जिनमें सुप्रसिद्ध तबला वादक पंडित श्री कालीनाथ मिश्रा, गुरु राजेन्द्र चतुर्वेदी भी शामिल होने आए थे । इस समारोह में गुरु अखिलेश चतुर्वेदी , सुधा चंद्रन, गुरु श्रीया पोपट, प्रांजल चतुर्वेदी, और किरन शर्मा की भव्य प्रस्तुतियां भी देखने को मिलीं , इन लोगों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया । इस समारोह के लिए भक्तों ने विशेष रूप से तैयारियां कर रखी थीं । ऐसे आयोजनों से देश भर में भक्तों और भगवान के बीच एक अनन्य सम्बन्ध दिखाई देता है जिसमें भक्त अपने आराध्य के प्रति समर्पित भाव से भक्ति भाव मे लीन हो जाते हैं। भगवान जन्म माह होने के नाते इस पवित्र भाद्रपद माह में सभी भक्तों ने अपनी अपनी शैलियों से अपने आराध्य को प्रसन्न करने और उनके सम्मान में अपने आप को समर्पित करने के कई प्रायोजन अनुष्ठान आयोजित किए हैं ।

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